लखनऊ | लखनऊ के एसआर स्कूल की छात्रा प्रिया राठौर की मौत के मामले में परिजनों ने एक अहम जानकारी दी है। प्रिया के पास एक की-पैड वाला मोबाइल था। इसमें सिर्फ इनकमिंग की सुविधा थी। पिता ने ये मोबाइल इसलिए दिया था, जिससे पता चल सके कि प्रिया हॉस्टल पहुंच गई है। फिलहाल मोबाइल परिजनों के पास है। अगर इस नंबर की कॉल डिटेल खंगाली जाएं तो शायद कुछ अहम सुराग मिल सकते हैं।

उधर फोरेंसिक टीम दोबारा से घटनास्थल की जांच करने की तैयारी कर रही है। कई तथ्य अस्पष्ट हैं, इसलिए उनको स्पष्ट करने के लिए टीम फिर से छानबीन करने स्कूल जाएगी। जालौन निवासी जसराम राठौर की बेटी एसआर स्कूल से आठवीं कक्षा की पढ़ाई कर रही थी। वह स्कूल के हॉस्टल में रहती थी।20 जनवरी की रात हॉस्टल में प्रिया की संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी। परिजनों ने अज्ञात पर हत्या की एफआईआर दर्ज कराई थी।

ये भी आरोप लगाया था कि स्कूल प्रशासन बार बार बयान बदल रहा है। मामले को डायवर्ट किया जा रहा है।पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बर्बरता की पुष्टि हुई। जसराम ने बताया कि 19 जनवरी को जब प्रिया छुट्टी से वापस हॉस्टल पहुंची थी तब उसके पास एक की-पैड वाला मोबाइल था।जब वह हॉस्टल में दाखिल हो गई थी तब फोन पर बात हुई थी। उसी दौरान वह मोबाइल वार्डन के सुपुर्द कर दिया गया था। जसराम का कहना है कि शायद इस मोबाइल नंबर से पुख्ता सुराग मिल सके।