बिहार होटल लीला एंड फैमिली रेस्टोरेंट में छापेमारी के पश्चात थानाध्यक्ष संदीप कुमार पाल के बयान पर एक प्राथमिकी दर्ज करा दी गई है। होटल मालिक की सहमति से यहां बाहर से लड़कियों को लाया जाता था और खुलेआम धंंधा चलता था। दर्ज प्राथमिकी में कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं। दर्ज प्राथमिकी से स्पष्ट हुआ है कि इस होटल और रेस्टोरेंट में वर्षों से देह व्यापार का धंधा चल रहा था। प्राथमिकी में थानाध्यक्ष ने लिखा है कि यहां के मालिक हरिवंश राय की सहमति से बाहर से लड़कियों को बहला-फुसलाकर लाया जाता था और देह व्यापार कराया जाता था।

इधर प्राथमिकी दर्ज होने के बाद गिरफ्तार किए गए दो युवकों के साथ मैनेजर को जेल भेज दिया गया है, जबकि आपत्तिजनक अवस्था में बरामद की गई युवतियों को उनके स्वजनों के हवाले सौंप दिया गया है। प्राथमिकी में थानाध्यक्ष ने लिखा है कि वह शनिवार की दोपहर 3 बजे गश्ती के दौरान चंदन चौक पर थे कि पटोरी के डीएसपी ओमप्रकाश अरुण ने उन्हें सूचना दी कि जल्द से जल्द शाहपुर पटोरी रेलवे स्टेशन चौक के पास पहुंचें। महिला पुलिस तथा अन्य बल के साथ जब वहां पहुंचा तो डीएसपी के साथ मथुरापुर ओपी प्रभारी भी मौजूद थे। उपस्थित सभी पुलिस को सूचना मिली थी कि उस होटल में देह व्यापार होती है।