मोहाली पुलिस ने चंद घंटों के अंदर जिस तरह चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी (CU) से लड़कियों के नहाने के वीडियो लीक होने से इनकार किया, उसकी वजह से पुलिस-प्रशासन पर मामले को दबाने के आरोप लग रहे हैं। इस मामले में आरोपी लड़की के बॉयफ्रेंड को हिरासत में लेकर पूछताछ करने या उसके मोबाइल फोन की जांच कराने से पहले ही मोहाली के SSP विवेकशील सोनी ने दावा कर दिया कि लड़की ने सिर्फ अपना वीडियो भेजा था। किसी अन्य लड़की का कोई वीडियो नहीं भेजा गया।

इस पूरे विवाद के बीच CU पहुंचे कांग्रेस पार्टी के स्टूडेंट विंग- NSUI के नेताओं ने आरोप लगाया कि लड़कियों की आवाज दबाई जा रही है। पुलिस घटना को दबाने की कोशिश कर रही है। इससे पहले यूनिवर्सिटी की छात्राओं ने भी शनिवार देर रात हंगामे के बाद CU पहुंचे पुलिस अफसरों के सामने मामला दबाए जाने की बात कही थी।

केजरीवाल ने अपने ट्वीट में लिखा कि चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में एक लड़की ने कई छात्राओं के आपित्तजनक वीडियो रिकॉर्ड कर वायरल किए। ये बेहद संगीन और शर्मनाक है। इसमें शामिल सभी दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी। पीड़ित बेटियों को हिम्मत बंधाते हुए केजरीवाल ने कहा कि हम सब आपके साथ हैं। सभी संयम से काम लें। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की घटना पर दुख जताया। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने ट्वीट में लिखा है कि यह घटना दुखद है। बेटियां हमारी शान हैं। घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं। इस मामले में जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की घटना को शर्मनाक बताया। उन्होंने इस घटना को अंजाम देने वालों को सख्त सजा देने की बात कही। कैप्टन ने ट्विटर पर लिखा कि बेटियों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। उम्मीद है कि पंजाब पुलिस इस मामले में दोषियों को पकड़कर कठोर सजा दिलाने में उदाहरण पेश करेगी।