पंजाब बॉर्डर पर शुक्रवार की रात पाकिस्तान की तरफ से तीन बार घुसपैठ की कोशिश की गई, लेकिन BSF के जवानों ने इसे नाकाम कर दिया। अमृतसर सेक्टर में दो ड्रोन भारतीय सीमा की तरफ बढ़े, लेकिन जवानों ने फायरिंग कर एक को गिरा दिया और दूसरे को वापस लौटना पड़ा। दूसरी ओर, जवानों ने पठानकोट सेक्टर में घुसपैठ कर रहे दो तस्करों को भी खदेड़ दिया।

पहली घुसपैठ दाओके चौकी के करीब BSF से मिली जानकारी के अनुसार अमृतसर सेक्टर की दाओके चौकी के करीब रात 10 बजे ड्रोन मूवमेंट दिखी। गश्त कर रहे BSF के जवानों ने ड्रोन की आवाज सुनने के बाद फायरिंग शुरू कर दी। कुछ मिनटों में ही ड्रोन की आवाज बंद हो गई। इसके बाद इलाके में सर्च अभियान चलाया गया। ड्रोन खेतों में गिरा मिला। यह 8 प्रोपेलर वाला ऑक्टा-कॉप्टर डीजेआई मैट्रिस है, जिसे पाकिस्तान तस्कर बड़ी खेप को सरहद पार पहुंचाने में करते हैं।

दूसरी घुसपैठ पंजगराई चौकी के करीब: BSF के जवानों ने इसी दौरान रात 9.45 से 10.30 बजे के बीच अमृतसर सेक्टर में पंजगराई चौकी में ड्रोन मूवमेंट की आवाज सुनी। जिसके बाद जवानों ने फायरिंग शुरू कर दी। फायरिंग के बाद ड्रोन वापस लौट गया। इसकी जानकारी BSF के जवानों ने अपने सीनियर अधिकारियों को दी, जिसके बाद इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया गया है।

वहीं, पठानकोट सेक्टर में फरईपुर चौकी के करीब गश्त कर रहे जवानों ने थर्मल कैमरे की मदद से दो घुसपैठियों को देखा। ये पाकिस्तानी रेंजर्स की चौकी फरईपुर के करीब थे। बॉर्डर पर बटालियन 121 के जवान गश्त पर थे। जवानों ने सतर्कता के लिए फायरिंग शुरू कर दी। इससे उन्हें वापस लौटना पड़ा।