निकहत जरीन, मनीषा मून और प्रवीण हुड्डा इस्तांबुल में बुधवार को आईबीए महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप सेमीफाइनल में उतरेंगी तो उनका इरादा अपने पदक का रंग बदलने का होगा। तीनों ने सोमवार को क्वार्टर फाइनल में रोमांचक जीत दर्ज करके कम से कम कांस्य पदक पक्के कर लिए थे। निकहत का सामना ब्राजील की कैरोलिन डे अलमीडा से होगा। पूर्व युवा विश्व चैंपियन निकहत ने फरवरी में स्ट्रांजा मेमोरियल टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीता था। यहां पर भी उन्होंने सभी मुकाबलों में शानदार जीत दर्ज की। पहली बार चैंपियनशिप में उतरी परवीन 63 किलो में यूरोपीय चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता आयरलैंड की एमी ब्रॉडहर्स्ट से खेलेगी। मनीषा 57 किलो में टोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता और पूर्व यूरोपीय चैंपियन इटली की इरमा तेस्ता का सामना करेगी।एशियाई चैंपियनशिप 2019 की कांस्य पदक विजेता मनीषा 2018 में क्वार्टर फाइनल से बाहर हो गई थी। इस बार उन्होंने क्वार्टर फाइनल में अपने से बेहतर प्रतिद्वंद्वियों को हराया है । भारत ने इस चैंपियनशिप में 2006 में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया था जब उसने 8 मेडल जीते थे। इसमें चार स्वर्ण, एक रजत और तीन कांस्य थे।