भोपाल ।  कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस द्वारा अपने चुनावी घोषणा पत्र में प्रतिबंधित इस्‍लामिक संगठन पीएफआइ के साथ बजरंग दल पर भी प्रतिबंध लगाने की बात पर देशभर में सियासत गरमा गई है। भाजपा बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने के कांग्रेस के वादे को 'बजरंगबली' से जोड़ते हुए लगातार हमलावर है। अब इस मुद्दे पर प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्‍तम मिश्रा ने कांग्रेस के साथ-साथ कमल नाथ को भी घेरा है और उनसे अपनी हनुमान भक्‍ति साबित करने की मांग की है। नरोत्‍तम मिश्रा ने इस संदर्भ में कमल नाथ को एक पत्र भी लिखा है, जिसमें उन्‍होंने पूछा है कि क्या कमल नाथ बजरंग दल पर बैन लगाने की बात से सहमत हैं। वह खुद बजरंग दल पर बैन की मांग को लेकर क्या सोचते हैं, उसे लेकर स्थिति स्पष्ट करें।

नरोत्‍तम ने पत्र में लिखा -

'कमल नाथ जी, मैंने आपके कई वीडियो व चित्र देखे हैं, जिनमें भगवान बजरंगबली के प्रति आपकी भक्‍ति साधना प्रदर्शित की गई है। बजरंगबली के प्रति आपकी श्रद्धा-भक्‍ति समय-समय पर कई बार मीडिया के माध्‍यम से भी देखी और सुनी गई है। ऐसे में कोई भी बजरंग भक्‍त ऐसा नहीं होगा जो कर्नाटक में कांग्रेस द्वारा बजरंग दल पर प्रतिबंध की घोषणा से आहत न हुआ हो। आपकी पार्टी के दिग्‍गज नेता दिग्‍विजय सिंह भी कर्नाटक घोषणा पत्र के इस बिंदु से सहमत हैं और वह पूर्व में अपने मुख्‍यमंत्री रहते समय अपने कार्यकाल में बजरंग दल पर लगाए गए प्रतिबंध की बात को दोहरा रहे हैं। ऐसे में मेरा आपसे आग्रह है कि आप इस विषय पर अपनी प्रतिक्रिया से स्‍पष्‍ट करें कि आप इस निर्णय के पक्ष में हैं या विपक्ष में।