अयोध्या। सीएम योगी के निर्देश के बाद राम नगरी अयोध्या के मठ और मंदिरों को कर मुक्त किये जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। नगर निगम के अधिकारियों के द्वारा मंदिरों की लिस्ट तैयार की जा रही है। उधर अयोध्या नगर निगम के पार्षद विनय जायसवाल ने अयोध्या धाम परिसर को ही टैक्स मुक्त करने की मांग उठाई है।
  जानकारी के अनुसार अयोध्या नगर निगम के द्वारा कर वसूली किए जाने को लेकर योजना तैयार की जा रही है तो उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देश पर भगवान के मंदिरों को कैटेगरी के मुताबिक टैक्स मुक्त किये जाने योजना बनाई गई है। मंदिरों के टैक्स को समाप्त किये जाने के साथ ही मंदिरों पर टोकन मनी के रूप में सहयोग राशि दिए जाने के लिए 3 कैटेगरी बनाई गई हैं। जिसमें 1000, 2000 और 5000 टोकन मनी देय होगी। मंदिरों को कैटेगरी के अनुसार सूचीबद्ध किया जा रहा है। नगर निगम के कर्मचारी मंदिरों का सर्वे कर रहे हैं। माना जा रहा है कि मंदिर व्यवस्था के मुताबिक ही उनकी कैटेगरी तैयार की जाएगी, लेकिन यदि मंदिरों के भवनों को व्यवसायिक इस्तेमाल किया जा रहा है, तो वह भवन टैक्स फ्री योजना से बाहर होगा। इस दौरान पार्षदों ने अयोध्या धाम को टैक्स मुक्त करने की मांग उठाई।
  दरअसल, बीते दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अयोध्या के संत समाज के लोगों ने मंदिरों पर लगाए जा रहे नगर निगम के द्वारा भारी टैक्स को लेकर शिकायत दर्ज कराई गई थी। कोरोना काल में मंदिरों की आमदनी पूर्ण रूप से ठप हो गई थी। जिसके बाद मुख्यमंत्री के निर्देश पर अयोध्या नगर निगम ने धार्मिक क्षेत्र में पड़ने वाले सभी मठ-मंदिरों को कर मुक्त करने की एक योजना तैयार की थी। मंदिरों के कैटेगरी के हिसाब से अब इन मंदिरों से मात्र नगर निगम टोकन मनी ही यानी कि सहयोग राशि के रूप में कुछ धन लेगा। इसके लिए बकायदा नगर निगम के कर्मचारियों ने मंदिर की भव्यता और परिसर की क्षेत्रफल के हिसाब से कैटेगरी तैयार की है। जिसमें 1000, 2000 और 5000 रुपए की सहयोग राशि मठ मंदिरों को नगर निगम को देना होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या के मठ मंदिरों को एक और सौगात टैक्स में भारी राहत दे कर दी है।