हरियाणा पुलिस ने 6 हजार पदों पर होने वाली सिपाही भर्ती के लिए सिपाही पद के सेवा नियमों और भर्ती प्रक्रिया में बदलाव किया है। नए नियमों के तहत अब सिपाही भर्ती में उच्च शिक्षा के अतिरिक्त अंक नहीं मिलेंगे, बल्कि जो अभ्यर्थी समय से पहले दौड़ पूरी करेंगे और जिनकी लंबाई तय मानदंडों से अधिक है, उनको अतिरिक्त अंकों का लाभ मिलेगा।

हरियाणा पुलिस के डीजीपी की ओर से इसका ड्राफ्ट तैयार कर लिया है और जल्द ही इसे अंतिम रूप दिया जाएगा। इसके बाद जैसे ही हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के पास डीजीपी की ओर से नए सेवा नियम भेजे जाएंगे, इन पदों के लिए आवेदन मांगे जाएंगे।

हरियाणा पुलिस की ओर से 5 हजार पुरुष सिपाही और 1 हजार महिला सिपाही पदों को लेकर आयोग को मांग भेजी जा चुकी है। इससे पहले, हरियाणा पुलिस ने सिपाही भर्ती की प्रक्रिया में भी बदलाव किया है। अब सीईटी पास अभ्यर्थियों का पहले पीएमटी (फिजिकल मेजरमेंट टेस्ट) और पीएसटी (फिजिकल स्क्रीनिंग टेस्ट) होगा। यह दोनों टेस्ट पास करने के बाद लिखित परीक्षा ली जाएगी।

जबकि इससे पहले, इसके विपरीत होता था। पहले लिखित परीक्षा होती थी और बाद में पीएमटी और पीएसटी होता था। इसमें दिक्कत ये आ रही थी कि लिखित परीक्षा में काफी संख्या में ऐसे अभ्यर्थी भी शामिल हो रहे थे, जिनका कद और छाती पूरी नहीं थी।

ऐसे में कम पदों के लिए अधिक आवेदन आते थे और भर्ती प्रक्रिया में समय लगता था। पिछली 5000 की सिपाही भर्ती में भी यही नियम अपनाए गए थे। अब हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग और हरियाणा पुलिस ने इन खामियों को सुधारने की कोशिश की है। डीजीपी की ओर से सिपाही पद के लिए नया ड्राफ्ट तैयार कर लिया है और मुख्यमंत्री के पास फाइल मंजूर हो चुकी है।

अब वित्त विभाग की अंतिम मुहर लगनी शेष है। इस बारे में हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के अध्यक्ष भोपाल सिंह का कहना है कि जैसे ही पुलिस की ओर से नए सेवा नियम मिलेंगे, भर्ती को विज्ञापित कर दिया जाएगा। संभावना है कि आगामी माह में इसके लिए आवेदन मांगे जाएंगे। सीईटी पास इसके लिए आवेदन कर सकेंगे।

ये होंगे नए नियम

सिपाही बनने के लिए 12वीं कक्षा पास योग्यता है। पहले बीए पास को 4 और एमए पास को 3 अतिरिक्त अंक मिलते थे। विभागीय सूत्रों का कहना है कि नई भर्ती में इन अंकों को नहीं दिया जाएगा, बल्कि इनके स्थान पर तय समय से पहले दौड़ पूरी करने पर 2 और निर्धारित लंबाई से अधिक 6 फुट तक के जवानों को 3 अंक दिए जाएंगे। इसके पीछे तर्क दिया जा रहा है कि सिपाही का अधिकतर काम फील्ड में होता है और उनका मजबूत होना जरूरी है।