नोएडा । नोएडा में एक महिला अधिकारी को जान से मारने की धमकी देने का मामला सामने आया है। महिला अधिकारी का आरोप है कि जीएसटी निरीक्षक ने उसे व्हाट्सऐप पर अपमानजनक संदेश भेजे और जान से मारने की धमकी भी दी। महिला की शिकायत पर 20 सितंबर को फेझ-3 थाने में शिकायत दर्ज की गई थी। जिसके बाद से जीएसटी निरीक्षक फरार चल रहा था। केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर (सीजीएसटी) के एक निरीक्षक को अपनी एक वरिष्ठ सहयोगी को 'अनुचित, अपमानजनक' संदेश भेजने और उन्हें जान से मारने की धमकी देने के आरोप में शुक्रवार को यहां गिरफ्तार किया गया। अधिकारियों ने कहा कि उपायुक्त स्तर की अफसर की शिकायत के आधार पर मामले में 20 सितंबर को फेज-3 थाने में एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी, लेकिन सीजीएसटी निरीक्षक तब से फरार था। नोएडा में एक महिला अधिकारी को जान से मारने की धमकी देने का मामला सामने आया है। महिला अधिकारी का आरोप है कि जीएसटी निरीक्षक ने उसे व्हाट्सऐप पर अपमानजनक संदेश भेजे और जान से मारने की धमकी भी दी। महिला की शिकायत पर 20 सितंबर को फेझ-3 थाने में शिकायत दर्ज की गई थी। जिसके बाद से जीएसटी निरीक्षक फरार चल रहा था। केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर (सीजीएसटी) के एक निरीक्षक को अपनी एक वरिष्ठ सहयोगी को 'अनुचित, अपमानजनक' संदेश भेजने और उन्हें जान से मारने की धमकी देने के आरोप में शुक्रवार को यहां गिरफ्तार किया गया। अधिकारियों ने कहा कि उपायुक्त स्तर की अफसर की शिकायत के आधार पर मामले में 20 सितंबर को फेज-3 थाने में एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी, लेकिन सीजीएसटी निरीक्षक तब से फरार था। एक स्थानीय पुलिस अधिकारी ने कहा कि शिकायतकर्ता, नोएडा की एक सीजीएसटी उपायुक्त हैं और शहर के सेक्टर 121 में रहती हैं और उन्होंने आरोप लगाया था कि उनके अधीनस्थ निरीक्षक ने उन्हें व्हाट्सऐप पर अनुचित, अपमानजनक संदेश भेजा है। पुलिस अधिकारी ने कहा, ''उन्होंने यह भी दावा किया कि अपने संदेशों में उसने उन्हें जान से मारने की धमकी दी थी।'' अधिकारी ने कहा, अफसर ने दावा किया कि उन्हें निरीक्षक से हानि की आशंका है और उन्होंने उसके खिलाफ पुलिस कार्रवाई की मांग की। शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की गई जिसके बाद से ही फरार आरोपी को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने कहा कि भारतीय दंड संहिता की धारा 504, 506 और 509 (बी) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस ने कहा कि आरोपी को बाद में स्थानीय अदालत में पेश किया गया जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।