ग्वालियर ।  अमेरिका की जांच एजेंसी एफबीआइ(फेडरल ब्यूरो आफ इंवेस्टिगेशन) की टीम ग्वालियर पहुंची है। एफबीआइ की टीम ग्वालियर में बैठकर अमेरिका के 250 से ज्यादा नागरिकों को ठगने वाली गैंग की पूरी कुंडली खंगालने के लिए आई है। शुक्रवार को दिनभर एफबीआइ की टीम ने इस केस से जुड़े हर आरोपित की प्रोफाइल, ठगी का तरीका, आरोपितों के बैंक स्टेटमेंट, साक्ष्य, ठगे गए अमेरिकी नागरिकों की सूची, इंटरनेशनल गिफ्ट वाउचर इन तक पहुंचने का जरिया और यहां के ठगों तक अमेरिका के नागरिकों का डाटा पहुंचने के तरीके के बारे में जानकारी ली। ग्वालियर पुलिस ने इस केस से जुड़ी पूरी जानकारी एफबीआइ को उपलब्ध करवाई है। शनिवार दोपहर तक टीम ग्वालियर में ही रहेगी। इस दौरान टीम उस स्पाट पर भी जा सकती है, जहां से यह फेक काल सेंटर संचालित हो रहा था।

एक साल पहले ग्वालियर के बहोड़ापुर स्थित आनंद नगर में इंटरनेशनल फेक काल सेंटर पकड़ा गया था। जिसमें गुजरात और आगरा के ठगों की गैंग यहां से बैठकर अमेरिका के नागरिकों को ठग रही थी। यह लोग खुद को अमेरिका के लैंडिंग क्लब का मेंबर बताकर अमेरिका के नागरिकों को अपने जाल में फंसाते थे। उनके सिक्योरिटी नंबर व अन्य जानकारी हासिल कर ठगते थे। इनसे बतौर कमीशन इंटरनेशनल गिफ्ट वाउचर गूगल प्ले कार्ड, अमेरिकन एक्सप्रेस, बेस्ट बाई, एप्पल, बनीला बंज लेकर इसे शापिंग के जरिये कैश में बदलते थे। अमेरिकी नागरिकों को ही यह गैंग ठगती थी, इसलिए अब इस केस की पड़ताल के लिए एफबीआइ की स्पेशल यूनिट की महिला आफ‍िसर ग्वालियर पहुंचीं। गुरुवार शाम को टीम ग्वालियर आई और शुक्रवार को दिनभर इस केस के सिलसिले में ग्वालियर जोन के एडीजी कार्यालय में बैठकर इस केस की पड़ताल करने वाले पुलिस अधिकारियों से पूरी जानकारी ली।

यह आरोपित पकड़े गए थे

आशीष केन निवासी आगरा, रोहित शम्रा निवासी अहमदाबाद, आकाश कुशवाह निवासी आगरा, कुणाल सिंह निवासी आगरा, तरुण कुमार निवासी आगरा, मोनिका निवासी अहमदाबाद, सागर निवासी अहमदाबाद।