भोपाल । पुरानी पेंशन समेत 18 सूत्रीय मांगों को लेकर बिजलीकर्मी एक बार फिर सड़क पर उतरे। शुक्रवार को राजधानी भोपाल में एक घंटा सांकेतिक प्रदर्शन किया गया और ऊर्जा मंत्री प्रद्धुम्न सिंह को उनका वह वादा याद दिलाया, जो उन्होंने एक साल पहले मांगों को लेकर किया था। अब वे 2 अक्टूबर को प्रदेशभर में बड़ा प्रदर्शन करेंगे। इससे बिजली से जुड़ी सेवाएं ठप हो जाएगी।
एमपी नगर स्थित ज्योति टॉकीज के सामने विद्युत सब स्टेशन के सामने सुबह 10 से 11 बजे के बीच यह प्रदर्शन हुआ। यूनाइटेड फोरम फॉर पावर एंप्लॉय एवं इंजीनियर संगठन के बैनरतले बिजलीकर्मियों ने प्रदर्शन किया। इस दौरान कर्मचारी 'मंत्री जी वादा निभाओ' लिखी तख्तियां हाथों में थामे हुए थे। संगठन ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को लैटर भी लिखा है। जिसमें ऊर्जा मंत्री सिंह की वादाखिलाफी पर नाराजगी जाहिर की गई।
फोरम के प्रदेश संयोजक वीकेएस परिहार ने बताया, 23 अगस्त 2021 को ऊर्जा मंत्री ने एक महीने में 18 सूत्रीय मांगों का निराकरण करने का वादा किया था, लेकिन एक साल बीत गया। मांगों पर न तो कोई चर्चा हुई और न ही निराकरण किया गया। इसलिए यह सांकेतिक प्रदर्शन किया गया। ताकि ऊर्जा मंत्री मांगों पर ध्यान दे दें, वरना 2 अक्टूबर को प्रदेशभर में आंदोलन करेंगे। इसमें प्रदेश के करीब 70 हजार कर्मचारी शामिल होंगे।
फोरम के मीडिया प्रभारी लोकेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि पुरानी पेंशन की बहाली, संविदा कर्मचारियों के नियमितीकरण, गृह जिला ट्रांसफर नीति, कंपनी कैडर अधिकारी कर्मचारियों की वेतन विसंगति, आउटसोर्स कर्मचारियों का बिजली कंपनियों में संविलियन, आउटसोर्स कर्मचारियों का वेतन रिवाइज, संगठनात्मक संरचना का पुनर्गठन, सेवानिवृत्ति के उपरांत ग्रेविटी जीपीएफ ईएल इंकेसमेंट, अनुकंपा नियुक्ति चालू करने और पदोन्नति का लाभ देने जैसी प्रमुख मांगें हैं। इनका निराकरण तत्काल किया जाना चाहिए।