नई दिल्ली । देश में कोरोना संक्रमण एक बार फिर तेजी से फैलने लगा है। दिल्ली और महाराष्ट्र समेत देश के दूसरे हिस्सों में कोरोना के केस अब मेडिकल एक्सपर्ट्स की टेंशन बढ़ाने लगे हैं। राजधानी दिल्ली में जहां शनिवार को कोरोना के 139 नए केस सामने आए, तो वहीं देशभर में 1590 नए मरीज मिले थे। भारत में अब कोविड के सक्रिय मामलों की संख्या 8601 हो गई है। देशभर में 146 दिन बाद एक दिन में इतने मरीज मिले थे। स्वास्थ्य मंत्रालय ने एडवाइजरी जारी कर दी है। कोविड से बचने के लिए 3-टी का फॉर्मूला सुझाया गया है। ये 3-टी ट्रैकिंग, टीकाकरण और टेस्टिंग है। वहीं दिल्ली सरकार द्वारा संचालित अस्पतालों में कोविड-19 और इन्फ्लूएंजा एच3एन2 के बढ़ते केसों के बीच किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयारियों का जायजा करने के लिए मॉक ड्रिल हो रही है।
दिल्ली में कोरोना तेजी से फैल रहा है। पिछले 24 घंटे में यहां कोरोना के 139 नए केस मिले हैं। इसके साथ ही संक्रमण की पॉजिटिविटी रेट  4.98 फीसदी हो गई है। दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक दिल्ली के सभी सरकारी  अस्पतालों में मॉक ड्रिल की जाएगी। इसकी रिपोर्ट आज शाम या कल यानी 27 मार्च की सुबह तक पेश की जाएगी। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा था कि शहर के अस्पतालों में इन्फ्लूएंजा के ज्यादा मामले नहीं हैं और स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है. वहीं, इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने कहा कि इन्फ्लूएंजा के मामलों में वृद्धि एच3एन2 वायरस के कारण हो सकती है।
महाराष्ट्र में शनिवार को कोविड के 437 नए मामले सामने आए, पिछले दिन की तुलना में 94 ज्यादा मरीज मिले हैं। वहीं कोविड से 2 लोगों की मौत हो गई। मौजूदा समय में राज्य में 1956 एक्टिव मामले हैं। महाराष्ट्र में कोविड केस बढ़कर 81 लाख 41 हजार 457 हो गए हैं और मरने वालों की संख्या 1 लाख 48 हजार 435 हो गई है। इससे पहले शुक्रवार को सूबे में 343 नए केस मिले थे, जबकि तीन मरीजों की मौत हो गई थी। शनिवार को औरंगाबाद और कोल्हापुर एक-एक मरीज की मौत हुई। एच3एन2 को लेकर जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि इस साल अब तक महाराष्ट्र में एच3एन2 वायरस से 306 और एच1एन1 वायरस से 427 लोग संक्रमित हुए हैं। 
स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी की एडवाइजरी 
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि विशेष रूप से पहले से बीमार और बुजुर्गों को भीड़भाड़ और खराब हवा वाली जगहों पर जाने से बचना चाहिए। मेडिकल हेल्थ सेक्टर में जुटे डॉक्टर्स, पैरामेडिक्स के साथ-साथ मरीज और उनके परिजन मास्क जरूर पहनें। भीड़भाड़ और बंद जगहों पर मास्क अवश्य पहनें। छींकते या खांसते समय नाक और मुंह को ढकने के लिए रुमाल/टिश्यू का इस्तेमाल किया जाए। हाथों की स्वच्छता बनाए रखें। हाथों को बार-बार धोते रहें। सार्वजनिक स्थानों पर थूकने से परहेज करें। टेस्टिंग को बढ़ावा दिया जाए और लक्षणों होने पर जल्द जानकारी शेयर करें। सांस की बीमारियों से पीड़ित होने पर सावधानी बरतने की जरूरत है। मिलना-जुलना सीमित करना चाहिए। लोग कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण यानी वैक्सीनेशन जरूर कराएं। इस संबंध में 10 और 11 अप्रैल को देशभर में मॉक ड्रिल की योजना बनाई जा रही है, जिसमें सभी जिलों से स्वास्थ्य सुविधाओं (सार्वजनिक और निजी दोनों) से जुड़े लोग हिस्सा लेंगे। इससे पहले 27 मार्च को एक वर्चुअल बैठक होगी, जिसमें मॉक-ड्रिल के बारे में राज्यों को पूरी जानकारी दी जाएगी।