पंजाब | पिछले चार साल से क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज में फिजियोथैरेपी की पढ़ाई कर रही होशियारपुर की ज्योति मलिका सिंह ने शुक्रवार देर रात  पीजी में फंदा लगाकर जान दे दी। घटना का पता उस समय चला जब उसकी सहेली उसे मिलने के लिए पीजी पहुंची। दरवाजा न खुलने पर उसने खिड़की से देखा तो अंदर ज्योति फंदे से लटकी थी। उसने शोर मचा दिया। सूचना मिलते ही थाना डिविजन तीन पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे।जांच के दौरान ज्योति के कमरे से एक सुसाइड नोट मिला। जिसमें उसने लिखा कि आईएम सॉरी डैड, मैं अच्छे से पढ़ाई नहीं कर पाई। जिस कारण वह मौत को गले लगा रही है। इसके अलावा सुसाइड नोट में लिखा कि वह न तो अच्छी दोस्त बन पाई और न ही अच्छी बेटी और न ही स्टूडेंट। इस कारण आपको और परिवार को फेस नहीं कर पाएगी। जिस कारण अपनी जिंदगी को ही आसान बना रही है, ताकि किसी को कोई दुख न हो।
थाना डिवीजन नंबर 3 की पुलिस ने शव को सीएमसी अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया है। ज्योति मालिका सिंह ईसा नगरी में एक पीजी में रह रही थी। पीजी में वह दूसरी मंजिल पर पिछले करीब चार माह से अकेली रह रही थी। उसके दोस्तों ने बताया कि ज्योति कुछ दिन से परेशान थी और गुमसुम रहती थी। वह किसी से ज्यादा बात भी नहीं करती थी। अगर कोई पूछता तो सिर्फ यही कहती थी कि पारिवारिक बातों से परेशान है और अपने पारिवारिक मामले खुद ही हैंडल कर लेगी। शनिवार को सुबह उसकी एक दोस्त उसे फोन करती रही, लेकिन उसने फोन नहीं उठाया। जब वह उसे देखने पीजी चली गई तो अंदर कमरे में शव लटका देख उसके होश उड़ गए। जिसके बाद उसने शोर मचाया और इसकी जानकारी पुलिस को दी।