भोपाल ।  रियल एस्टेट कंपनी के भविष्य ग्रुप के संचालक विनोद कुशवाह ने मालीखेड़ा में नगर निगम की गोवर्धन परियोजना के लिए आरक्षित जमीन खुद की बताकर बेच दी। यह जमीन आकृति ईको सिटी कोटरा सुल्तानाबाद की रहने वाली लक्ष्मी राय ने साढ़े छह लाख रुपये में खरीदी। बिल्डर ने फैंसिंग लगाकार खरीदार को इस जमीन का कब्जा भी दिला दिया। लक्ष्मी राय को जब पता चला कि उनके साथ धोखाधड़ी की गई है तो उन्होंने मार्च 2022 में आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) में शिकायत की। जांच एजेंसी ने शिकायत दर्ज कर जांच शुरू की। गड़बड़ी मिलने पर एफआइआर दर्ज की है। ईओडब्ल्यू के अधिकारियों ने बताया कि विनोद कुशवाह इस जमीन के मुख्तियारआम थे।

गोवर्धन परियोजना के तहत आरक्षित थी जमीन

जानकारी के अनुसार ईओडब्ल्यू ने जमीन मामले में नगर निगम से प्रतिवेदन मांगा था। पिछले सप्ताह निगम ने जांच कर रिपोर्ट दी। इसमें बताया गया कि बिल्डर ने लक्ष्मी राय को 35 सौ वर्गफीट जमीन बेची थी। इसमें 1034 वर्गफीट बिल्डर की और 2466 वर्गफीट शासकीय भूमि है। यह गोवर्धन परियोजना के लिए आरक्षित 16 हेक्टेयर जमीन का हिस्सा है। छल कपट कर सरकारी जमीन को निजी बताकर बेचने और कब्जा दिलाने के आरोप में ईओडब्ल्यू ने विनोद कुशवाह के विरुद्ध धारा 120बी और 420 के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया है। जांच में यह भी सामने आया है कि बिल्डर ने इसी तरह से अन्य लोगों के से छल करते हुए सरकारी जमीन को निजी बताकर बेचा है।