ई-स्कूटर और चार्जिंग स्टेशन कंपनी एथर एनर्जी उत्पादन क्षमता बढ़ाकर 35 हजार ई-स्कूटर प्रति माह करेगी। तमिलनाडु के होसुर में अपने दूसरे उत्पादन संयंत्र के शुभारंभ पर कंपनी के सह-संस्थापक स्वप्निल जैन ने बताया कि इस संयंत्र के चालू होने के बाद अब सालाना उत्पादन क्षमता चार लाख 20 हजार ई-स्कूटर हो गई है।अभी तक यह एक लाख 20 हजार यूनिट प्रतिवर्ष थी।वर्तमान में एथर एनर्जी हर रोज लगभग 650 ई-स्कूटर बना रही है।दूसरे संयंत्र की बदौलत वह अब हर रोज 1200 यूनिट बना सकती है।उन्होंने कहा कि दो साल के भीतर ही ई-स्कूटर की मांग इतनी बढ़ जाएगी कि देश में बिकने वाला हर दूसरा स्कूटर इलेक्ट्रिक स्कूटर होगा।अभी कंपनी इस उत्पादन क्षमता के लगभग 60% हिस्से का ही प्रयोग कर पा रही है लेकिन वित्त वर्ष 2023-24 के अंत तक 100% उत्पादन क्षमता का उपयोग होने लगेगा।निकट भविष्य में मांग में जबर्दस्त बढ़ोतरी के रुझान देखते हुए ही उत्पादन क्षमता बढ़ाई गई है।उन्होंने यह भी कहा कि बढ़ती मांग की वजह से कंपनी ने अब तीसरे संयंत्र के बारे में सोचना आरंभ कर दिया है।उन्होंने कहा कि अपने सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की बदौलत यह शून्य जलनिकासी व शून्य रासायनिक कचरे वाला संयंत्र है।यहां प्रत्यक्ष रूप से एक हजार और अप्रत्यक्ष रूप से 500 लोगों को रोजगार मिला है।बैटरी यूनिट में भी 50 फीसदी कर्मचारी महिलाएं हैं।