नई दिल्ली । गणतंत्र दिवस को लेकर सुरक्षा तैयारी में जूटी दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एक कुख्यात हथियार तस्कर को गिरफ्तार किया है। उसके पास से 5 पिस्टल व 20 कारतूस बरामद किए गए हैं। आरोपित पिछले एक साल से कश्मीरी पंडितों के लिए काम करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता की हत्या की साजिश रचने वाले आरोपितों को हथियार मुहैया करा रहा था। तस्कर की पहचान हाजी शमीम के तौर पर हुई है।

डीसीपी प्रमोद सिंह कुशवाहा के मुताबिक पिछले साल 26 फरवरी को सेल ने सुखविंदर और लखन राजपूत को गिरफ्तार किया था। पूछताछ से पता चला था कि वे एक कश्मीरी सामाजिक कार्यकर्ता की हत्या करने के इरादे से दिल्ली आए थे। वह सामाजिक कार्यकर्ता कश्मीरी पंडितों के लिए आवाज उठाते हैं।

आरके पुरम थाने में इसको लेकर मामला दर्ज करा दिया गया था। सेल को जांच सौंपी गई थी। सेल ने तीन अन्य आरोपित मोहित उर्फ प्रिंस, जगदीप उर्फ काका और रोहित चौधरी को गिरफ्तार कर लिया था। रोहित, करनाल का रहने वाला है उसका भाई राहुल, सेना में सिपाही है और ड्रोन चलाने में माहिर है। ड्रोन की मदद से पाकिस्तान से ड्रग्स लाने के मामले में पंजाब पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था। राहुल के जेल में रहने के दौरान पाकिस्तान से कॉल आए। कालर ने उसे मदद का भरोसा दिया। राहुल, रणदीप के साथ मिलकर ड्रग्स तस्करी करने लगा था। रणदीप अमृतसर पंजाब का रहने वाला है और खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स का सदस्य है।

रणदीप अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स सिंडिकेट का सदस्य है और पाकिस्तान का समर्थक है। 2014 से वह फरार चल रहा है। उसके विदेश में छिपे होने की बात कही जा रही है। रणदीप ने कश्मीरी सामाजिक कार्यकर्ता की हत्या के लिए रोहित चौधरी को जिम्मेदारी दी थी। जगदीप उर्फ काका और उसके साथी पंजाब से भागकर रोहित द्वारा दिए गए ठिकाने पर मेरठ में छिपे हुए थे। मेरठ में रहने के दौरान जगदीप ने रोहित के इशारे पर हत्या की एक वारदात को भी अंजाम दिया था।