मॉस्को । नियमों की अवहेलना को लेकर रूस ने अमेरिकी तकनीक कंपनी एपल पर 20 लाख रूबल (करीब 27.20 लाख रुपये) का जुर्माना ठोका है। रूस का आरोप है कि एपल ने रूसी नागरिकों का निजी डाटा रूस में ही बने सर्वरों पर स्टोर नहीं किया। एपल पर पहली बार रूस में इस प्रकार से जुर्माना लगा है। रूस की तागांस्की जिला अदालत ने ये जुर्माना लगाया। अमेरिकी वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग प्लेटफॉर्म जूम पर भी 10 लाख रूबल का जुर्माना लगाया गया है। उसे भी स्थानीय डाटा रूस में स्टोर नहीं करने का दोषी पाया गया। यह कार्रवाई रूस-यूक्रेन युद्ध के परिपेक्ष्य में देखी जा रही हैं, क्योंकि अमेरिकी कंपनियां लगातार रूस विरोधी रुख अपनाए हुए हैं। इसके जवाब में रूस ने फेसबुक और इंस्टाग्राम को गैर-कानूनी सामग्री फैलाने के लिए जहां प्रतिबंधित कर दिया था, वहीं ट्विटर को ब्लॉक कर रखा है।
दरअसल, 24 फरवरी को रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद हालात बदले हैं। एपल ने अपनी एपल-पे सेवाएं रूस में बंद कर दीं। उत्पादों की बिक्री और अन्य सेवाएं भी रोक दीं। जिसके बाद रूस ने भी पाबंदियां लगानी शुरू की। एपल ने दिसंबर 2018 में रूसी जनसंचार नियामक एजेंसी रोस्कोंनेडजोर को बताया कि वह 2014 में बने रूसी कानून के अनुसार स्थानीय नागरिकों का निजी डाटा रूस में ही स्टोर कर रहा है। इस साल फरवरी में अपने अधिकारियों का रूसी कार्यालय भी बनाने वाली एपल पहली कंपनी बनी, जो नए नियमों के अनुसार जरूरी था।