दुनिया के विभिन्न स्थानों से आए हज के लिए मुस्लिम इन दिनों इस्लाम के सबसे पवित्र स्थल सऊदी अरब के मक्का शहर में हैं। कोविड-19 महामारी के बाद सबसे बड़ी हज यात्रा शुरू होने वाली है। हज इस्लाम के पांच स्तंभों में से एक है। दुनिया के सभी सक्षम मुस्लिमों के लिए एक बार हज करना फर्ज है। इस बार करीब 10 लाख लोगों को हज के लिए मक्का की बड़ी मस्जिद पहुंचकर परंपरा निभाने की अनुमति मिली है। 

सऊदी अरब ने पिछले महीने कोविड-19 महामारी के दौर में लागू काफी पाबंदियों को हटा दिया है। इनमें मास्क भी है। इस साल अप्रैल में सऊदी अरब ने देश और विदेश से 10 लाख लोगों को हज करने की अनुमति दी थी। हालांकि इसके लिए वैक्सीन की सभी खुराक लेने और उम्र 65 साल से अधिक नहीं होने की शर्त लगाई गई थी। विदेश से आने वाले हाजियों को अपनी कोविड निगेटिव पीसीआर रिपोर्ट प्रस्तुत करना जरूरी है। स्वास्थ्य संबंधी अन्य पाबंदियां भी लागू की जाएंगी। मक्का की बड़ी मस्जिद में जायरीन तवाफ की रस्म अदा करेंगे, जिसमें काबा की परिक्रमा की जाती है। वैसे कोरोना महामारी से पहले दुनियाभर से करीब 25 लाख लोग हर साल हज के लिए सऊदी अरब की यात्रा करते थे।