छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले की सीमा से लगे धरमजयगढ़ वन मंडल अंतर्गत बोरो वनपरिक्षेत्र क्षेत्र के चाप कछार गांव में हाथियों ने एक महिला को कुचलकर मार डाला। बीती रात हाथी गांव में ही डटे रहे। वन अमले ने हाथियों के हटने के बाद महिला के शव का पोस्टमार्टम कराया। क्षेत्र में हाथियों के आवाजाही से ग्रामीणों में दहशत है। वन विभाग ने ग्रामीणों को जंगल नहीं जाने व हाथियों की मौजूदगी वाले स्थानों से दूर रहने मुनादी कराई है।चाप कछार ग्राम चारों ओर से पहाड़ और जंगलों से घिरा हुआ है। जंगल के बीचों बीच 10 से 15 परिवार रहते हैं। जहां बीती रात हाथियों का एक दल पहुंच गया। हाथियों ने कुछ घरों को तोड़ दिया। हाथियों के पहुंचने से गांव में भगदड़ मच गई। उसी बीच देवकुमारी अहीर पति चेगवा यादव (50 वर्ष) के पास हाथी पहुंच गए। वह भाग नहीं सकी। एक हाथी ने उसे सूंड से पटक दिया व कुचल दिया, जिससे उसकी मौके पर ही उसकी मौत हो गई। 

डीएफओ ने घटना की जानकारी मिलने के बाद रविवार सुबह वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारियों ने मौके पर पहुंचकर कार्रवाई की। बताया कि यह दल गुस्सैल अतिकायों का है। हाथी अब भी पास के जंगल में मौजूद हैं। इससे लोग सहमे हुए हैं। हाथियों का यह दल धरमजयगढ़ के साथ सरगुजा वनमंडल में विचरण करता है। हाथियों के उत्पाद की वजह से लोग काफी परेशान हैं। वहीं हाथियों की निगरानी के लिए वन कर्मियों की ड्यूटी भी लगाई है।